Op सिंदूर: कांग्रेस ने अब रूस के दावे को लपका, पूछा- PM मोदी बताएं सच क्या है

नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी यूरी उशाकोव ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसे कांग्रेस ने लपक लिया है. उशाकोव का दावा है कि भारत-पाक टकराव को रोकने में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यक्तिगत भूमिका निभाई थी. रूस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि 4 जून को पुतिन और ट्रंप के बीच हुई 75 मिनट की बातचीत में भारत-पाक टकराव भी प्रमुख मुद्दा था. इसके बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे सवाल किया है कि इस मसले पर वह चुप क्यों हैं.
क्रेमलिन की तरफ से जारी बयान में साफ कहा गया कि मिडिल ईस्ट के अलावा भारत-पाकिस्तान के बीच का सशस्त्र संघर्ष भी चर्चा का हिस्सा था, जिसे ट्रंप की व्यक्तिगत पहल से रोका गया. इस बयान के बाद डोनाल्ड ट्रंप का हालिया दावा और मजबूत हो गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘हमने भारत और पाकिस्तान को लड़ाई से रोका, नहीं तो यह न्यूक्लियर डिजास्टर में बदल सकता था.’
भारत सरकार का जवाब – हम खुद रुकने को तैयार थे
थरूर ने कहा, ‘हम हमेशा से यही कहते आए हैं कि अगर पाकिस्तान आक्रामकता रोक दे, तो हम भी ऑपरेशन सिंदूर को रोक देंगे. ट्रंप ने अगर पाकिस्तान को यह बात समझाई, तो यह उनकी और पाकिस्तान की बातचीत थी, भारत का इससे कोई लेना-देना नहीं.’
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रधानमंत्री मोदी से जवाब मांगा है. उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘क्या प्रधानमंत्री मोदी इस पर कोई स्पष्टीकरण देंगे कि क्या अमेरिका ने वाकई भारत-पाक टकराव को रोका था?’ जयराम रमेश के इस सवाल के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है.
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने अभी-अभी खुलासा किया है कि 4 दिन तक चले भारत-पाकिस्तान संघर्ष का मुद्दा 4 जून को राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच हुई 75 मिनट की फोन बातचीत में उठा था। यूरी उशाकोव ने यह भी बताया कि, भारत और पाकिस्तान के बीच सशस्त्र…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 5, 2025
राहुल गांधी के बयान पर पाकिस्तान की सियासत
राहुल गांधी ने हाल ही में संसद में प्रधानमंत्री को ‘नरेंदर सरेंडर’ कहा था, जिसे पाकिस्तान ने अपने पक्ष में प्रचारित करना शुरू कर दिया है. ख्वाजा आसिफ का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कहते हैं, “मैंने किसी देश के राष्ट्रीय नेता की ऐसी बेइज्जती होते नहीं देखी, जैसा राहुल गांधी ने पीएम मोदी के लिए किया है.”
राहुल गांधी के इस बयान को लेकर भाजपा भी हमलावर हो गई है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए राहुल पर तीखा हमला किया. उन्होंने लिखा, “मूर्खता और विरोध की भी एक सीमा होती है. विपक्ष में होना देश का विरोध करने का लाइसेंस नहीं है.”
रिजिजू ने सवाल किया कि आखिर कांग्रेस क्यों बार-बार पाकिस्तान के दावों को हवा देने वाले बयान देती है? उन्होंने राहुल गांधी को ‘सीमा पार न करने’ की सलाह देते हुए कहा कि राजनीतिक विरोध और राष्ट्रहित में फर्क करना सीखें.
Credits To Live Hindustan