69 एयरपोर्ट पर CISF की निगरानी, मिजोरम का Lengpui Airport भी लिस्‍ट में शामिल

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Airport & CISF News: मिजोरम के इकलौते एयरपोर्ट लेंगपुई पर अब सीआईएसएफ की सुरक्षा होगी. अभी तक इस एयरपोर्ट की सुरक्षा स्‍थानीय पुलिस और सीआरपीएफ के जिम्‍मे थी. लेंगपुई एयरपोर्ट के साथ सीआईएसएफ ने मिजोरम में इंट्…और पढ़ें

69 एयरपोर्ट पर CISF की निगरानी, मिजोरम का Lengpui Airport भी लिस्‍ट में शामिल

हाइलाइट्स

  • लेंगपुई एयरपोर्ट के रास्‍ते सीआईएसएफ की मिजोरम में इंट्री
  • लेंगपुई एयरपोर्ट बना सीआईएसएफ की सुरक्षा पाने वाला 69वां एयरपोर्ट
  • सामर‍िक दृष्टि से बेहद महत्‍वपूर्ण है लेंगपुई एयरपोर्ट की सुरक्षा व्‍यवस्‍था

Airport & CISF News: मिजोरम में एयर ट्रैवल को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने मिजोरम के एकमात्र लेंगपुई एयरपोर्ट की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया है. लेंगपुई एयरपोर्ट अब सीआईएसएफ की सुरक्षा में आने वाला भारत का 69वां एयरपोर्ट बन गया है. यह मिजोरम में सीआईएसएफ की पहली इकाई है, जो पूर्वोत्तर भारत में सुरक्षा को और मजबूत करेगी.

डीआईजी अजय दहिया के अनुसार, लेंगपुई एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की तैनाती एक महत्वपूर्ण कदम है. ‘पहाड़ों की भूमि’ के तौर पर पहचान रखने वाले मिजोरम में पैसेंजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है, इसलिए यहां बेहतर सुरक्षा की जरूरत थी. सीआईएसएफ अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर पैसेंजर्स के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगी. साथ ही, आतंकवाद, तस्करी सहित अन्य गैरकानूनी गतिविधियों से निपटने में सीआईएसएफ अहम भूमिका रहेगी.

डीआईजी दहिया ने बताया पूरा प्‍लान
उन्‍होंने बताया कि पुई एयरपोर्ट पर शुरूआत में 121 सीआईएसएफ कर्मी तैनात किए गए हैं, जिनकी संख्या बाद में 214 तक बढ़ाई जाएगी. यह नई व्यवस्था 1999 से मिजोरम पुलिस और CRPF द्वारा दी जा रही सुरक्षा की जगह लेगी. उल्‍लेखनीय है कि लेंगपुई एयरपोर्ट आइजोल से 32 किमी दूर ममित जिले में है. यह मिजोरम सरकार द्वारा बनाया गया भारत का पहला बड़ा एयरपोर्ट है, जो 1998 से काम कर रहा है.
यह एयरपोर्ट मिजोरम को कोलकाता, दिल्ली, गुवाहाटी, सिलचर और इंफाल जैसे शहरों से जोड़ता है.

इसका 2,500 मीटर लंबा रनवे चुनौतीपूर्ण है, लेकिन यह पर्यटन, संपर्क और आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाता है. यह एयरपोर्ट भारत-म्यांमार और भारत-बांग्लादेश सीमाओं के करीब है, इसलिए इसकी रणनीतिक अहमियत और बढ़ जाती है. निकटतम रेलवे स्टेशन 100 किमी और दूसरा एयरपोर्ट 200 किमी दूर है.

सीआईएसएफ की मौजूदगी से बढ़ेगा भरोसा
डीआईजी अजय दहिया के अनुसार, मिजोरम की 700 किमी से ज्यादा लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा को देखते हुए यहां सुरक्षा बहुत जरूरी है. सीआईएसएफ की मौजूदगी से पैसेंजर्स का भरोसा बढ़ेगा, ज्यादा उड़ानें शुरू होंगी, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और पूर्वोत्तर भारत को देश के विकास से जोड़ने का लक्ष्य मजबूत होगा. उल्‍लेखनीय है कि 24 अप्रैल को आयोजित सेरेमनी में मिजोरम पुलिस के डीजीपी अनिल शुक्ला, सीआईएसएफ एयरपोर्ट सेक्‍टर के आईजी विजय प्रकाश, डीआईजी दीपक वर्मा, और एयरपोर्ट के निदेशक पीयू सैडेंगा सहित कई लोग शामिल हुए.

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